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माँ
तो माँ होती है
किसी
भी उम्र में
सारा
जहान होती है
धरा
पर ईश्वर का स्थान होती है !
कोई
इसके जाने के बाद भरपाई करें
यह
मुमकिन नहीं
लाख
मन को भरमा ले
माँ
आखीर माँ होती है !
बचपन
की जिंदगानी में
बहुत
की थी नादानियाँ
माँ
ने सब मुस्का के झेला
कहा
कच्ची उम्र का तकाजा है |
आज
दिल भारी है
जीवन
के तीसरे पड़ाव पर
फिर
वह दिन है ,
जब
माँ ने दम तोडा
लिया
कान्हा ने जन्म
आँख
नम है,
दिल
में उमंग हैं ...
माँ
आखीर माँ होती है !
चंद्रशेखर
जैस्वाल,नांदेड
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