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साहित्य मानव मन के रोग ठीक कर सकता हैं -डॉ.सुनील जाधव (शंकरराव चव्हाण महाविद्यालय में धूमधाम से मनाया गया हिंदी दिवस)




           अर्धापूर शहर के श्री शारदा भवन एजुकेशन सोसाइटीनांदेड़ संचालित शंकरराव चव्हाण कॉलेज में राजभाषा हिंदी दिवस और आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर हिंदी दिवस समारोह बड़े उत्साह के साथ मनाया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य डॉ. के.के पाटिल ने कीजबकि मुख्य अतिथि के रूप में यशवंत महाविद्यालय के हिंदी विभाग से हिंदी साहित्यकार प्रो. डॉ. जाधव सुनील मौजूद रहे. मंच पर पुस्तकालयाध्यक्ष प्रो. मधुकर बोरसेहिंदी विभागाध्यक्ष डॉ.पठान जे.सी.प्रो. डॉ. काजी एम.के. की उपस्थिति रही।

हिन्दी भाषा के बारे में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए डॉ. सुनील जाधव ने कहा कि हिंदी भाषा विश्व स्तर की भाषा है और इसमें रोजगार के कई अवसर उपलब्ध हैं। इस भाषा में बड़ी मात्रा में गुणवत्ता पूर्ण साहित्य का निर्माण किया गया हैअगर इसे पढ़ा और आत्मसात किया जाएतो मानव मन के रोग ठीक हो सकते हैं। उन्होंने छात्रों को सुखी जीवन जीने के लिए साहित्य का आनंद लेने की बात कही।

अध्यक्षीय समारोप में  प्राचार्य डॉ. के.के पाटिल जी ने हिंदी दिवस के अवसर पर छात्रों को शुभकामनाएं दी और संदेश दिया कि सफल होने के लिए उन्हें अच्छी गुणवत्ता वाली भाषा सीखनी चाहिए। हिंदी विभाग के प्रमुख डॉ. जे.सी. पठान ने कार्यक्रम की भूमिका रखी  और छात्रों को राजभाषा और राष्ट्रीय भाषा के रूप में हिंदी के महत्व के बारे में बताया। इस मौके पर प्रमुख अतिथि के हाथों से  हिंदी साहित्य परिषद का उद्घाटन,भित्ति पत्र का विमोचन किया गया | साथ ही छात्रों द्वारा कविता पाठ किया गया|

 सूत्र संचलन कु. निरंजना लोने ने तो आभार  हिंदी विभाग के डॉ. काजी एम.के. ने व्यक्त किया। हिंदी साहित्य परिषद के  अध्यक्ष निरंजन सोलंकीउपाध्यक्ष राजेगोर सारिकासचिव अडकिने राधिका, सह सचिव बोराटे गौरीकोषाध्यक्ष शिवप्रसाद शंकरप्रचार प्रमुख गावंडे धनश्रीओंकार सिंगारे सहित बड़ी संख्या में महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे|
























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