नव साहित्यकार में अतिथि मेहमानों का स्वागत हैं | नव साहित्यकार में छपी सारी सामग्री का सर्वाधिकार सुरक्षित हैं | डॉ.सुनील जाधव ,नांदेड [महाराष्ट्र]|mobile-०९४०५३८४६७२ या इस मेल पर सम्पर्क करें -suniljadhavheronu10@gmail.com

हिंदी साहित्यकार डॉ. सुनील जाधव के ‘एक निष्ठावान सैनिक’ हिंदी एकांकी नाटक का लोकार्पण


पुस्तक डाउनलोड करने के लिए चित्र पर चटकारा लगायें |

भारत के पूर्व गृहमंत्री शंकरराव चव्हाण जी के जीवन अंशों पर आधारित डॉ. सुनील जाधव द्वारा लिखित  ‘एक निष्ठावान सैनिक’  हिंदी एकांकी नाटक का लोकार्पण कार्यक्रम में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री तथा शा.भ.ए.सो.के सचिव डी.पी.सावंत एवंप्रमुख अतिथि स्वा.रा.म.ती विश्वविद्यालय,नांदेड़ के प्रति कुलपति प्रो.जोगेंद्र सिंह बिसेन के कर कमलों से सम्पन्न हुआ | इस वक्त मंच पर शा.भ.ए.सो.के संचालक श्री. नरेंद्र चव्हाण, शा.भ.ए.सो.के कार्यकारणी सदस्य श्री.पांडूरंग कदम, स्वा.रा.म.ती विश्वविद्यालय के पूर्व प्रति कुलपति एवं प्राचार्य प्रो.गणेशचंद्र शिंदे, पूर्व प्राचार्य डॉ. डेंगले, पूर्व प्राचार्य एवं शा.भ.ए.सो.के कोषाध्यक्ष डॉ. शेनदारकरप्रो.सिराजोद्दीन नुरमुताओ,उज्बेकिस्तान, प्रो.युसूफ अमर, इजिप्त,  उपप्रचार्य डॉ.कविता सोनकाम्बले, उपप्राचार्य डॉ.पतंगे, प्रो.संदीप पाईकराव, डॉ.संजय जगताप, डॉ.पद्मारानी राव, डॉ.शबाना दुरानी, प्रो.डॉ.सुनील द्विवेदी,सिलीगुड़ी, प्रो.डॉ.भावेश जाधव, सूरत, प्रो.डॉ.खाजा एक्रामोद्दीन,दिल्ली, नम्रता बागडे हेदराबाद  आदि उपस्थित थे |

श्री शारदा भवन एज्युकेशन सोसाइटी संचालित यशवंत महाविद्यालय, नांदेड़ द्वारा कुसुम सभागार में आयोजित हिंदी,मराठी, उर्दू,अंग्रेजी बहुभाषी दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में पुस्तक का लोकार्पण सम्पन्न हुआ |डॉ.सुनील जाधव हिंदी साहित्य का विशेष योगदान रहा हैं | आप ने अब तक लगभग अठारह से अधिक पुस्तकों का मौलिक सृजन कार्य किया हैं | एक निष्ठावान सैनिक हिंदी एकांकी नाटक  उन्हीं में से एक हैं | कई देश विदेश के पुरस्कारों से आप सम्मानित है |

            हिंदी विभाग के डॉ.साईनाथ शाहू, डॉ.ज्योति मुंगल, एवं  डॉ.संतोष येरावार, डॉ.रजिया बेगम, डॉ.काज़ी, डॉ.जहिरोद्दीन पठान, डॉ.जलालोदीन पठान, डॉ. विश्वाधार देशमुख, डॉ.अरुणा शुक्ला,डॉ.जयप्रकाश नागला, डॉ.शैला सारंग, डॉ.वर्षा मोरे, डॉ.प्रीति यादव, डॉ.पूनम शर्मा आदि की शुभकामनाएं प्राप्त हुई | इस कार्यक्रम में  देश-विदेश के कई प्राध्यापक, शोधार्थी, साहित्यकार एवं स्थानीय छात्र उपस्थित थे | 











टिप्पणियाँ