चित्र सौजन्य गूगल
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‘’बेटा, हर खासों आम के सिने में
ऐसा ही एक डंडा छिपा हुआ है | जो झूठ,गद्दारी,धोखेबाजी , लालची ,भ्रष्टाचारियों को
देख पीटने लगता है | यह सच का डंडा है | इसे देख सब कोई सच ही बोलने लगते है | ‘’
चंदू ने उस व्यक्ति से प्रश्न किया
,
‘’आप कौन है ? ‘’
उन्होंने कहा ,
‘’मैं डंडा धारी हूँ |
झूठ –फरेब पर भारी हूँ | मेरा डंडा जब बोले सबकी पोल खोले | यह लो डंडा कल से इसे लेकर घुमाना |’’
झूठ –फरेब पर भारी हूँ | मेरा डंडा जब बोले सबकी पोल खोले | यह लो डंडा कल से इसे लेकर घुमाना |’’
कहते हुए व्यक्ति अदृश्य हो गये |
और चंदू जब नींद से उठा तब उसके सिने से एक ही आवाज आई ...’’सत्यमेव जयते ‘’ |
डॉ.सुनील जाधव ,नांदेड
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