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संयोजक -डॉ.सुनील जाधव अतिथि-डॉ.भाग्यश्री ईनामदार,अध्यक्ष-डॉ.संगीता घुगे,हिंदी विभाग प्रमुख-डॉ.विजयसिंह ठाकुर छात्र अध्यक्ष-संदीप कलासरे, संचलन-साक्षी कदम,नुपुर मेश्राम,आभार-अँजली जाधव |
यशवंत
महाविद्यालय के हिंदी विभाग की ओर से शकरराव चव्हाण जन्मशती वर्ष एवं विश्व हिंदी
दिवस के उपलक्ष्य में भाषा तथा व्यक्तित्व विकास इस विषय पर व्याख्यान सम्पन्न हुआ
| इस वक्त मंच पर अतिथि रूप में
डॉ.भाग्यश्री ईनामदार, अध्यक्ष
डॉ.संगीता घुगे, हिंदी विभाग प्रमुख
डॉ.विजयसिंह ठाकुर, संयोजक डॉ.सुनील जाधव
एवं हिंदी साहित्य परिषद के अध्यक्ष संदीप कलासरे विराजमान थे |
कार्यक्रम का संचलन नुपूर मेश्राम एवं साक्षी
कदम ने तो आभार अंजली जाधव ने किया |
अतिथि वक्ता भाग्यश्री ईनामदार ने
भाषा तथा व्यक्तित्व विकास पर बात करते हुए सबसे पहले भाषा के महत्व का प्रतिपादन
करते हुए उसे सशक्त बनाने पर जोर दिया | तो
वहीं व्यक्तित्व विकास को लेकर उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास की कमी के चलते छात्र
या व्यक्ति मंच पर खड़ा रहने में अपने आपको अक्षम समझता हैं |
यदि वह मंच पर खड़ा भी रहता हैं,
तो उसमें आत्मविश्वास की कमी के कारण वह सौ
प्रतिशत नहीं दे पाता हैं | इसीलिए
प्रत्येक क्षेत्र में यदि सफलता प्राप्त करनी हैं तो व्यक्ति या छात्र को अपने आप
को पहचान कर गुणों का विकास करते हुए आत्मविश्वास को बढ़ाने की आवश्यकता हैं |
अध्यक्षीय समारोप करते हुए
डॉ.संगीता घुगे जी ने व्यक्ति महत्व विकास के लिए आवश्यक बिन्दुओं को आत्मसात करने
का संदेश देते हुए हिंदी में कविता सुनाई | तो
हिंदी विभाग प्रमुख डॉ.विजयसिंह ठाकुर ने छात्रों की प्रशंसा की |
वहीं डॉ.सुनील जाधव ने कार्यक्रम का संयोजन करते
हुए भूमिका बाँधी | कार्यक्रम में शोभा
ढानकीकर उपस्थित थे |
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