कार्यक्रम का आरम्भ प्रतिमा पूजन, स्वागत
गीत विनश्री गाडगिळ, कविता राष्ट्रीय युवा कवि अमर धुधाटे से हुआ तो डॉ.सुनील जाधव
ने कार्यक्रम की भूमिका रखते हुए छात्रों को मिलन समारोह का उद्देश्य बताते हुए
कहा कि इस वक्त छात्र कहाँ क्या कर रहे हैं | कौनसे क्षेत्र में तथा छात्रों को महाविद्यालय
से जोड़ने के लिए एवं उनके मार्गदर्शन-योगदान के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन करना
बताया | भूमिका के अंत में डॉ.सुनील जाधव द्वारा संकलित एवं निर्मित छात्रों की
स्मृतियों से जुड़ी हुए तस्वीरे एवं वीडियो को दिखाया गया | जिस कारण छात्र भावनिक
हो गये |
डॉ.विजयसिंह ठाकुर के मनोगत रखते हुए
छात्रों को बात करने के लिए अधिक समय देने की बात कहीं | उनके बाद पी.एस.आई.साईनाथ पुयड ने अपना लक्ष
निर्धारित करने पर बल देते हुए प्रेरणादायक मनोगत व्यक्त किया | तो वकील गजानन
पवार ने महाविद्यालय में हमारा योगदान रहने की बात कही | वकील साहित्यकार आमिर शेख
ने समय की नजाकत को समझकर क्षेत्र चुनने के बारें में कहा | वहीं शेखर जायसवाल ने
करियर के नये आयाम बताते हुए हिंदी प्रेम को व्यक्त किया | तो सचिन केरुर कर ने
लक्ष निर्धारण की बात कही | मारोती गंगासागरे, शारदा चिनुरकर,पवन काले ने कविता
प्रस्तुत कर दिलों को जीत लिया | अंत में फ़िल्म एवं नाट्य अभिनेता कुनाल गजभारे ने
फिल्मों में अवसर की बात कहते हुए अपनी मधुर आवाज में गीत गाकर सबका मन मोह लिया |
आध्यक्षीय समारोप करते हुए महाविद्यालय के उप प्राचार्य सावंत सर ने
सामान्य जीवन जीने का संदेश देते हुए कोमन मेन बनने का संदेश दिया | तो आभार वैष्णवी
सूर्यवंशी ने प्रकट किया | कार्यक्रम में डॉ.शोभा ढानकीकर एवं सोनल मालपानी, मनीषा
कंधारे, संदीप कलसकर एवं महाविद्यालय के अन्य छात्र उपस्थित थे |
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