हिंदी दिवस के उपलक्ष में देगलूर महाविद्यालय देगलूर में हिंदी दिवस समारोह एवं हिंदी साहित्य परिषद के उद्घाटन का समारोह बड़ी धूमधाम से संपन्न हुआ। इस वक्त मंच पर कार्यकर्म के अध्यक्ष के रूप में महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. मोहन खताळ सर तथा प्रमुख अतिथि रूप में उप प्रधानाचार्य डॉक्टर अनिल चिद्रावार और विशेष वक्ता के रूप में आमंत्रित यशवंत महाविद्यालय नांदेड़ से महाराष्ट्र हिंदी साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त हिंदी साहित्यकार डॉ. सुनील जाधव तथा हिंदी विभाग प्रमुख डॉ.संतोष घेरावर,प्रा.खन्दकूरे वेंकट और डॉ. शेख प्रवीण जी उपस्थित थे ।
कार्यक्रम का आरंभ प्रतिमा पूजन तथा डॉ.शेख प्रवीण जी के स्वागत गीत से हुआ तो वहीं छात्रों द्वारा लिखे गए भित्ति पत्रिका 'सृजन' का अनावरण प्रमुख अतिथि के कर कमलों से हुआ ।
हिंदी साहित्य परिषद के उद्घाटन के उपरांत हिंदी में रोजगार के अवसर इस विषय पर मार्गदर्शन करते हुए रोजगार की विविध अवसर पर अपनी बात को विस्तार से डॉ.सुनील जाधव ने रखा और साथ ही हिंदी को साहित्य, ज्ञान- विज्ञान, व्यापार-व्यवसाय और रोजगार की भाषा बताइ। आगे छात्रों को मार्गदर्शन करते हुए रोजगार के आठ क्षेत्र पर विस्तार से अपनी बात रखी। जिनमे अध्यापन, अनुवाद, लेखन, सरकारी नौकरी, मीडिया पत्रकारिता, ई प्रौद्योगिकी, अभिनय, प्रेरक वक्त आदि रहे। तो वही हिंदी विषय से संबंधित विभिन्न कविताओं से छात्रों में उत्साह का संचार किया।
कार्यक्रम की प्रस्तावना डॉ. संतोष येरावार जी ने करते हुए महाविद्यालय की परंपरा और हिंदी को लेकर अपनी बात रखी। जिनमें उन्होंने कहा कि हिंदी 165 विश्वविद्यालय में पढ़ाई जाती है। वही अध्यक्ष के स्थान पर अध्यक्ष समारोह करते हुए प्राध्यापक चमकुड़े जी ने हिंदी की व्यापकता पर प्रसन्नता जताई तो कार्यक्रम का संचालन डॉ. शेख प्रवीण ने किया एवं आभार प्रा.खन्दकूरे जी ने प्रस्तुत किया।
इस वक्त सभागार में हिंदी साहित्य परिषद के वैष्णवी,जयश्री, संगीता, द्रुपता, राजेश, कोमल, पूजा, वैष्णवी, संस्कृति,कविता तथा महाविद्यालय के अध्यापक कला, वाणिज्य, विज्ञान के छात्र भारी मात्रा में उपस्थित थे।
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