बिना डिजिटल साक्षरता के युवक अनपढ़ हैं-
हिन्दी साहित्यकार डॉ.सुनील जाधव
नांदेड़
जिले के सरस्वति विद्या मंदिर महाविद्यालय, तहसील किनवट द्वारा निकट
के ही ग्राम बोधडी में यूथ फॉर माय भारत यूथ फॉर डिजिटल लिटरिसी विषय पर सात दिन
के निवासी छात्र शिविर का आयोजन किया गया | उद्घाटन प्रसंग
में नांदेड़ के महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त हिन्दी
साहित्यकार को प्रमुख अतिथि रूप में आमंत्रित किया गया था | आप
ने छात्रों को संबोधित करते हुए, छात्रों में राष्ट्रीय सेवा
योजना द्वारा होनेवाले छात्रों के व्यक्तित्व विकास, चरित्र
निर्माण, समाज सेवा, सामाजिक समरसता,
राष्ट्रीय एकता के महत्व को व्यक्त किया वहीं देश के प्रधान मंत्री
द्वारा आरंभ किए गए यूथ फॉर डिजिटल लिटरिसी पर विस्तार से बात रखी | वर्तमान में हमारा भारत डिजिटल भारत बन गया हैं | इसीलिए
युवकों को डिजिटल साक्षर होना पढ़ेगा | युवक केवल कंप्यूटर या
इंटरनेट तथा सोशल मीडिया चलाने का ज्ञान प्राप्त होने मात्र से वह डिजिटल साक्षर नहीं हो सकता |
उसे वर्तमान में हो रहे फ्रॉड, फिशिंग,
हिंसा, ए आई, हैकर आदि
से सावधान होना भी पड़ेगा | अन्यथा वह डिजिटल अनपढ़ के समान
हैं |
अध्यक्षीय
वक्तव्य देते हुए वेंकटराव नेमनीवार ने छात्रों से राष्ट्र विकास के लक्ष्य को
ध्यान में रखते हुए विकास की ओर बढ़ने और डिजिटल युग में खुद को साबित करने का
प्रयास करने का आग्रह किया। इस अवसर पर
मंच पर उप सरपंच सुनील घुगे, सरस्वति संस्थान के उपाध्यक्ष
नरसिंहराव सातुरवार, सचिव नरसिंहराव पिसारीवार, प्रा. सुरेश कराड़, यूथ लीडर्स संदीप केंद्रे,
किशनराव बल्लेवार और कॉलेज के प्राचार्य डॉ.आनंद भंडारे उपस्थित थे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में गणमान्य व्यक्तियों ने
सरस्वती,
स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी की मूर्तियों पर दीप प्रज्ज्वलित
और माल्यार्पण किया। मंच पर उपस्थित
गणमान्य व्यक्तियों ने विभिन्न विषयों पर छात्रों का मार्गदर्शन किया। प्रा.सुनील
व्यवहारे, प्रा.तपनकुमार मिश्रा, प्रा.
द्वारिकाप्रसाद वायाल, ग्राम पंचायत सदस्य पागोजी तोरकड,
त्रिशला शेळके, अनुस्या जमादार और मीना बानाटे
सहित ग्रामीण उपस्थित थे। कार्यक्रम की भूमिका प्रा. मार्तंड कुलकर्णी ने रखी तो
सूत्र संचालन डॉ. किरण आयनेनवार ने किया वहीं कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मनोहर थोरात
ने धन्यवाद ज्ञापित किया |
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