डॉ. रावसाहेब जाधव के सेवा अवकाश पर छात्रों द्वारा उनका सम्मान एवं '21वीं सदी के हिंदी साहित्य' अभिनंदन ग्रंथ का हुआ प्रकाशन
पीपल्स कॉलेज, नांदेड के पूर्व प्राचार्य डॉ. रावसाहेब जाधव का भव्य सम्मान
नांदेड – पीपल्स कॉलेज, नांदेड के हिंदी विभाग के भूतपूर्व छात्रो के पहल पर आयोजित एक भव्य, ऐतिहासिक और गरीमामय समारोह में सेवा निवृत्त प्राचार्य डॉ. रावसाहेब जाधव एवं उनकी धर्मपत्नी सुलभा जाधव का सम्मान किया गया। इस अवसर पर “21वीं सदी के हिंदी साहित्य” विषय पर केंद्रित अभिनंदन ग्रंथ का लोकार्पण किया गया। यह आयोजन नांदेड शहर के सुप्रसिद्ध नरहर कुरुंदकर सभागृह में हुआ, जिसमें अनेक साहित्यप्रेमी, प्राध्यापक, भूतपूर्व छात्र और नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

समारोह की अध्यक्षता नांदेड एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष तथा भूतपूर्व सांसद डॉ. व्यंकटेश काब्दे ने की। मुख्य अतिथि के रूप में अंग्रेज़ी एवं विदेशी भाषा विश्वविद्यालय, हैदराबाद की सुप्रसिद्ध विद्वान डाॅ. प्रियदर्शनी उपस्थित थीं। उन्होंने “21वीं सदी के साहित्यिक और वैचारिक परिदृश्य” विषय पर गहन विचार व्यक्त किए। अपने व्याख्यान में उन्होंने समकालीन हिंदी साहित्य के बदलते स्वरूप, वैश्विक संदर्भ में उसके महत्व तथा नई पीढ़ी के सामने उपस्थित चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से सत्कारमूर्ति डॉ. रावसाहेब जाधव जी और उनकी सुविद्या धर्मपत्नी सुलभा जाधव मंचासीन रहे। उनके साथ ही नांदेड एजुकेशन सोसाइटी की सचिव प्रा. श्यामल पत्की, संस्था के भूतपूर्व उपाध्यक्ष चैतन्य बापू देशमुख, हिंदी विभाग की भूतपूर्व विभागाध्यक्ष एवं सलाहकार समिती की अध्यक्ष डॉ. रमा नवले, महाविद्यालय के प्र. प्राचार्य डॉ. भानेगांवकर, निलगा महाविद्यालय के भूतपूर्व प्राचार्य व्ही.एल. एरंडे, प्राचार्य पंजाब चव्हाण, तथा प्रो. बाबूराव पावडे मंचासीन थे।
समारोह का मुख्य आकर्षण रहा अभिनंदन ग्रंथ का लोकार्पण। इस बृहद ग्रंथ में 21वीं सदी के हिंदी साहित्य पर 62 महत्वपूर्ण एवं शोधपरक लेख शामिल किए गए हैं। साथ ही, डॉ. रावसाहेब जाधव के व्यक्तित्व, शैक्षणिक योगदान और उनसे जुड़ी स्मृतियों पर आधारित बीस से अधिक संस्मरणात्मक लेख भी इसमें संकलित किए गए हैं। यह ग्रंथ न केवल डॉ. जाधव की विद्वत्ता और उनके कार्यों का साक्ष्य है, बल्कि हिंदी साहित्य की वर्तमान दिशा और दशा पर भी गंभीर विमर्श प्रस्तुत करता है।
समारोह के दौरान अनेक वक्ताओं ने और छात्रो ने अपने विचार व्यक्त किए। सभी ने डॉ. जाधव के शैक्षणिक, साहित्यिक और प्रशासनिक योगदान की सराहना करते हुए उन्हें छात्रों और समाज के लिए एक आदर्श व्यक्तित्व बताया। वक्ताओं ने यह भी उल्लेख किया कि डॉ. जाधव ने अपने कार्यकाल में न केवल हिंदी विभाग को मजबूती प्रदान की, बल्कि विद्यार्थियों को साहित्य और समाज की गहरी समझ देने का कार्य किया।
इस अवसर पर पीपल्स कॉलेज तथा नांदेड के विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य, प्राध्यापक, विद्यार्थी, जाधव परिवार के सदस्य और हिंदी साहित्य प्रेमी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। पिछले तीन-चार महीनों से इस आयोजन की तैयारी सतत रूप से चल रही थी, जिसके परिणामस्वरूप यह कार्यक्रम अत्यंत अनुशासित, गरीमामय और यादगार बना।
समारोह के अंत में डॉ. रावसाहेब जाधव अभिनंदन ग्रंथ प्रकाशन समिति तथा हिंदी विभाग की पूरी टीम को विशेष बधाई दी गई। सभी उपस्थित जनों ने यह माना कि यह आयोजन न केवल एक सत्कार समारोह था, बल्कि प्राचार्य डा रावसाहेब जाधव के प्रति छात्रो का स्नेह था।


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