यशवंत महाविद्यालय के हिन्दी विभाग द्वारा
‘भाषा उत्सव दिवस’ सम्पन्न
बाएं से -डॉ. सुनील जाधव, प्रो.डॉ. रमेश कुरे |
बाएं से -डॉ. सुनील जाधव,प्रो.डॉ. संदीप पाईकरव, प्रो.डॉ. रमेश कुरे, डॉ. साईनाथ शाहू |
साथ ही भारत जैसे बहुभाषिक विशाल देश की
अखंडता के लिए भाषाई सद्भाव निर्माण करना है। इस वर्ष 'भारतीय
भाषा उत्सव' दिनांक 11 दिसंबर 2024 को भव्य रूप से मनाने का
निर्णय लिया गया है। इसके अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों को शामिल किया गया है -
जैसे कि डिजिटल स्थान में भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देना, बहुभाषी
सांस्कृतिक कार्यक्रमों, वक्तव्य, गीत,
खेल, मनोरंजनात्मक गतिविधियों के माध्यम से
भिन्न भाषाओं का संवर्धन करना और फिल्म स्क्रीनिंग, सेमिनार,
कार्यशालाएं, वाद विवाद, विभिन्न भाषाई क्षेत्र से खानपान व्यंजन केंद्र, प्रदर्शनियां,
भाषा शिक्षण केंद्र, लेखकों के साथ बातचीत,
नाटक, लोक संगीत आदि के माध्यम से नवाचार एवं
अनुसंधान शोध को प्रोत्साहित करना। इसे मध्य नजर रखते हुए श्री शारदा भवन एजुकेशन
सोसाइटी द्वारा संचालित यशवंत महाविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा स्वामी रामानंद
तीर्थ मराठवाड़ा विश्वविद्यालय के पूर्व प्र-कुलपति एवं महाविद्यालय के प्राचार्य
डॉ. गणेशचंद्र शिंदे जी की प्रेरणा से दिनांक 11 दिसंबर 2024 को 'लेखकों से बातचीत' कार्यक्रम का आभासी पटल पर आयोजन
किया गया।
लेखकों से बातचीत शीर्षक के अंतर्गत
महाविद्यालय के आभासी सभागार में बातचीत का कार्यक्रम लिया गया। और उसे भ्रमण
ध्वनि द्वारा संरक्षित कर यू ट्यूब के आभासी पटल पर प्रस्तुत किया गया। जिसे भारी
मात्रा में संस्तुत किया गया। इस बातचीत में लेखक के रूप में अखाड़ा बालापुर के
हिन्दी साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त लेखक प्रो.डॉ.रमेश कुरे जी को आमंत्रित
किया गया था। बातचीत में उनकी कविता, कहानी
तथा उनके द्वारा लिखे समीक्षात्मक पुस्तकों पर खुलकर चर्चा की गई तथा आरक्षण और
दलित तथा पिछड़ो वर्ग के सामाजिक उत्थान के बारे में उत्कृष्ट विश्लेषण किया।
हिन्दी साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त साहित्यकार डॉ.सुनील जाधव ने विद्वता
पूर्ण मुलाकात ली तो कार्यक्रम की प्रस्तावना हिन्दी विभाग प्रमुख प्रो.डॉ.संदीप
पाईकराव ने की वहीं धन्यवाद ज्ञापन विभाग के डॉ.साईनाथ शाहू ने रखा।
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